18-जुलाई-2023
बिहारशरीफ(नालन्दा, बिहार)
आज कल के भाग दौड़ भारी जिंदगी में लोग इतने व्यस्त हो गए हैं, कि प्राचीन समय में चलने वाला आयुर्वेद को लोग भूल चुके हैं। आज कल छोटे बच्चे भी इन सबसे अछूते नहीं हैं और लगातार कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता की वजह से बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। जिसके फलस्वरूप प्रत्येक अस्पताल में बच्चों का तांता लगा रहता है। और उसके कारण उनके परिजन भी परेशान रहते है।
ऐसे समय में पीपुल फ़ॉर ह्यूमैनिटी की ओर से संस्कृत आर्य गुरुकुलम, गुजरात के सहयोग से बिहार में कई जगह में स्वर्ण प्राशन संस्कार अभियान शुरू किया गया है, जिसमें बिहारशरीफ और बेतिया जैसे शहर है। आज बिहारशरीफ में इसकी शुरुआत MCI के निदेशक सुजीत शेखर ने बच्चों को स्वर्णप्राशन पिलाकर शुरुआत की और कहा कि इससे आमतौर पर बच्चों में होने वाली बीमारियों से उन्हें छुटकारा मिलेगा और साथ ही बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ेगी।
इस मौके पर पीपल फ़ॉर ह्यूमैनिटी के अमितेश कुमार ने कहा कि वर्तमान समय में हमारे नौनिहाल नई—नई बिमारियों के शिकार हो जाते हैं, तो उन बच्चों को बीमारियों से बचाने के लिए व रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए अभियान शुरू किया गया है।
पीपल फ़ॉर ह्यूमैनिटी के नितेन्द्र कौशिक ने बताया कि इस अभियान के तहत बच्चो को आयुर्वेद के अनुसार स्वर्णप्राशन की खुराक पिलाई जाएगी। 0 से 16 वर्ष तक के बच्चे ज्यादा बीमार पड़ रहे हैं. इसके लिए गैर-सरकारी संस्था ने अभियान शुरू किया है, जिसे स्वर्ण प्राशनसंस्कार का नाम दिया गया है. इसमें इसमें 0 से 12 वर्ष के बच्चों को आयुर्वेदिक ड्रॉप पिलाई जा रही है। यह ड्रॉप स्वर्ण-भस्म, ब्राह्मी, वचा, शंखपुष्पी, घृत(यानि की देशी गाय का घी - A2 घी) व शहद विषम मात्रा में मिलाकर तैयार की गई है। हमारे संस्था के केंद्रों पर लोग अपने बच्चों को लेकर इस दवा की निःशुल्क ड्रॉप पिला सकते हैं। इसमें कुल 106 बच्चों को निःशुल्क स्वर्णप्राशन पिलाया गया।
इस दौरान इस कार्यक्रम में नवीन कुमार, एमसीआई के सुमित कुमार, अमित कुमार, आदित्य कुमार, राहुल कुमार(सुमित) मौजूद थे।
इसी प्रकार पश्चिम चंपारण जिले के मुख्यालय बेतिया में हमारे सदस्य अविनाश कुमार के द्वारा नौनिहालों को स्वर्णप्राशन पिलाया गया। अविनाश जी आयुर्वेद से जुड़े हुए है और विगत 1 सालों से बच्चों का स्वर्णप्राशन करा रहे है।
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